KOI JAYE JO VRINDAVAN MEREPAIGAM LE JANA(Krishna bhajan .172)
KOI JAYE JO VRINDAVAN MEREPAIGAM LE JANA(Krishna bhajan .172)
https://youtu.be/SY9JlYuCWRg
कोई जाये जो वृन्दावन, मेरा पैगाम ले जाना, मैं खुद तो जा नहीं पाऊँ, मेरा प्रणाम ले जाना ।
ये कहना मुरली वाले से मुझे तुम कब बुलाओगे, पड़े जो जाल माया के उन्हे तुम कब छुडाओगे । मुझे इस घोर दल-दल से, मेरे भगवान ले जाना ॥
कोई जाये जो वृन्दावन. मेरा पैगाम ले जाना, मैं खुद तो जा नहीं पाऊँ, मेरा प्रणाम ले जाना । जब उनके सामने जाओ तो उनको देखते रहना, मेरा जो हाल पूछें तो ज़ुबाँ से कुछ नहीं कहना । बहा देना कुछ एक आँसू मेरी पहचान ले जाना ॥
कोई जाये जो वृन्दावन. मेरा पैगाम ले जाना, मैं खुद तो जा नहीं पाऊँ, मेरा प्रणाम ले जाना । जो रातें जाग कर देखें, मेरे सब ख्वाब ले जाना, मेरे आँसू तड़प मेरी..मेरे सब भाव ले जाना । न ले जाओ अगर मुझको, मेरा सामान ले जाना ॥
कोई जाये जो वृन्दावन. मेरा पैगाम ले जाना, मैं खुद तो जा नहीं पाऊँ, मेरा प्रणाम ले जाना । मैं भटकूँ दर ब दर प्यारे, जो तेरे मन में आये कर, मेरी जो साँसे अंतिम हो..वो निकलें तेरी चौखट पर । ‘हरिदासी’ हूँ मैं तेरी.. मुझे बिन दाम ले जाना॥
कोई जाये जो वृन्दावन मेरा पैगाम ले जाना मैं खुद तो जा नहीं पाऊँ मेरा प्रणाम ले जाना ॥
No comments:
Post a Comment