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Tuesday, December 6, 2016

Kamika Ekadashi (Vishnu stotra/puja.209)

Kamika Ekadashi (Vishnu stotra/puja.209)

https://youtu.be/_4X_w94kJTA

https://youtu.be/wwiadbokEAU


Kamika Ekadashi Vrat

Kamika Ekadashi Vrat
Kamika Ekadashi 2023: Date and Time
Ekadashi Tithi Begins - July 12, 2023 - 05:59 PM
Ekadashi .Tithi ends July 13th 06.24 P.M.


:

T.

Kamika Ekadashi Vrat : Parna time

Onjuly 14th, Parana time is from 05:33 am to 08:18am








Kamika Ekadashi is celebrated on the day of ekadashi during the Krishna paksha of Shravan month. . Kamika Ekadashi is the best period for worshipping Lord Vishnu. Keeping a fast on this day frees a person from sins and problems. Ekadashi eradicates all problems and fulfills all desires. Kamika Ekadashi is considered to be the best time for worshipping Lord Vishnu. It is believed that the story about this ekadashi was told by Lord Krishna to Yudhishtir. Prior to this, it was told by Saint Vashishta to King Dilip, who attained salvation.

Kamika Ekadashi Worship

On the day of Ekadashi, a person should take a bath early in the morning followed by a prayer dedicated to Lord Vishnu. The person should not consume water during the whole day and should keep on worshipping Lord Vishnu. Panchamrit, flowers, fruits, milk and sesame seeds should also be offered to Lord Vishnu. Feeding a Brahmana and giving him some money holds immense importance on the day of Kamika Ekadashi. A person keeping this fast gets whatever he desires.

Kamika Ekadashi Importance

Kamika Ekadashi gives auspicious results. A person worshipping Lord Vishnu on this day is blessed. Taking baths in places of religious pilgrimage is also considered to be important on this day. Kamika Ekadashi is as auspicious as Ashwamedha yagya. A person should take a bath early morning and offer various delights and delicacies to Lord Vishnu. Lord Vishnu’s aarti should include dhoop, lamps, sandalwood etc.

Worshipping Lord Vishnu on this day also frees a person from Pithru dosha. A person is able to free himself of material desires and attains salvation. It is believed that a person worshipping Lord Vishnu during Shravan month is blessed and gets equivalent results as worshipping snakes and gandharva. Lord Vishnu is most impressed when he is worshipped with Tulsi leaves. A person worshipping Lord Vishnu with Tulsi leaves is able to free himself of all sins.

Kamika Ekadashi worship gives results equivalent to yagyas. Lord Vishnu is worshipped on Kamika Ekadashi. A person worshipping Lord Vishnu on this day gets auspicious results.
















कामिका एकादशी श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी के दिन मनाई जाती है. इस वर्ष कामिका एकादशी 13th july 2023 मनाई जाएगी. कामिका एकादशी विष्णु भगवान की अराधना एवं पूजा का सर्वश्रेष्ठ समय होता है. इस व्रत के पुण्य से जीवात्मा को पाप से मुक्ति मिलती है. यह एकादशी कष्टों का निवारण करने वाली और मनोवांछित फल प्रदान करने वाली होती है. कामिका एकादशी को श्री विष्णु का उत्तम व्रत कहा गया है कहा जाता है कि इस एकादशी की कथा श्री कृष्ण ने धर्मराज युधिष्ठिर को सुनाई थी.  इससे पूर्व राजा दिलीप को वशिष्ठ मुनि ने सुनायी थी जिसे सुनकर उन्हें पापों से मुक्ति एवं मोक्ष प्राप्त हुआ.

कामिका एकादशी कथा | Kamika Ekadashi Katha

प्राचीन काल में किसी गांव में एक ठाकुर जी थे. क्रोधी ठाकुर का एक ब्राह्मण से झगडा हो गया और क्रोध में आकर ठाकुर से ब्राह्मण का खून हो जाता है. अत: अपने अपराध की क्षमा याचना हेतु ब्राहमण की क्रिया उसने  करनी चाहीए परन्तु पंडितों ने उसे क्रिया में शामिल होने से मना कर दिया और वह ब्रहम हत्या का दोषी बन गया परिणाम स्वरुप ब्राह्मणों ने भोजन करने से इंकार कर दिया. तब उन्होने एक मुनि से निवेदन किया कि हे भगवान, मेरा पाप कैसे दूर हो सकता है. इस पर मुनि ने उसे कामिका एकाद्शी व्रत करने की प्रेरणा दी. ठाकुर  ने वैसा ही किया जैसा मुनि ने उसे करने को कहा था. जब रात्रि में भगवान की मूर्ति के पास जब वह शयन कर रहा था. तभी उसे स्वपन में प्रभु दर्शन देते हैं और उसके पापों को दूर करके उसे क्षमा दान देते हैं.

कामिका एकादशी पूजा-विधि | Kamika Ekadashi Puja Vidhi

एकादशी के दिन स्नानादि से पवित्र होने के पश्चात संकल्प करके श्री विष्णु के विग्रह की पूजन करना चाहिए.  भगवान विष्णु को फूल, फल, तिल, दूध, पंचामृत आदि नाना पदार्थ निवेदित करके, आठों प्रहर निर्जल रहकर विष्णु जी के नाम का स्मरण एवं कीर्तन करना चाहिए. एकादशी व्रत में ब्राह्मण भोजन एवं दक्षिणा का बड़ा ही महत्व है अत: ब्राह्मण को भोजन करवाकर दक्षिणा सहित विदा करने के पश्चात ही भोजना ग्रहण करें. इस प्रकार जो कामिका एकादशी का व्रत रखता है उसकी कामनाएं पूर्ण होती हैं.

कामिका एकादशी महत्व | Kamika Ekadashi Importance

कामिका एकादशी उत्तम फलों को प्रदान करने वाली होती है. इस एकादशी के दिन भगवान श्री कृ्ष्ण की पूजा करने से अमोघ फलों की प्राप्ति होती है. इस दिन तीर्थ स्थलों में विशिष स्नान दान करने की प्रथा भी रही है इस एकादशी का फल अश्वमेघ यज्ञ के समान होता है.  इस एकादशी का व्रत करने के लिये प्रात: स्नान करके भगवान श्री विष्णु को भोग लगाना चाहिए. आचमन के पश्चात धूप, दीप, चन्दन आदि पदार्थों से आरती करनी चाहिए.
कामिका एकादशी व्रत के दिन श्री हरि का पूजन करने से व्यक्ति के पितरों के भी कष्ट दूर होते है. व्यक्ति पाप रूपी संसार से उभर कर, मोक्ष की प्राप्ति करने में समर्थ हो पाता है. इस एकादशी के विषय में यह मान्यता है, कि जो मनुष्य़ सावन माह में भगवान विष्णु की पूजा करता है, उसके द्वारा गंधर्वों और नागों की सभी की पूजा हो जाती है. लालमणी मोती, दूर्वा आदि से पूजा होने के बाद भी भगवान श्री विष्णु उतने संतुष्ट नहीं होते, जितने की तुलसी पत्र से पूजा होने के बाद होते है. जो व्यक्ति तुलसी पत्र से श्री केशव का पूजन करता है. उसके जन्म भर का पाप नष्ट होते है.
इस एकादशी की कथा सुनने मात्र से ही यज्ञ करने समान फल प्राप्त होते है. कामिका एकादशी के व्रत में शंख, चक्र, गदाधारी श्री विष्णु जी की पूजा होती है. जो मनुष्य इस एकाद्शी को धूप, दीप, नैवेद्ध आदि से भगवान श्री विष्णु जी कि पूजा करता है उस शुभ फलों की प्राप्ति होती है.



https://youtu.be/rpBJWaLXt9o




 

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