Tum Kahan Chupe Bhagwan karo mat deri (krishna stotra/bhajan.86)
Tum Kahan Chupe Bhagwan karo mat deri (krishna stotra/bhajan.86) https://youtu.be/-c-2qwYnR7w ==
==
तुम कहाँ छुपे भगवान करो मत देरी | दुख हरो द्वारकानाथ शरण मैं तेरी ||
यही सुना है दीनबन्धु तुम सबका दुख हर लेते | जो निराश हैं उनकी झोली आशा से भर देते || अगर सुदामा होता मैं तो दौड़ द्वारका आता | पाँव आँसुओं से धो कर मैं मन की आग बुझाता || तुम बनो नहीं अनजान, सुनो भगवान, करो मत देरी | दुख हरो द्वारकानाथ शरण मैं तेरी ||
जो भी शरण तुम्हारी आता, उसको धीर बंधाते | नहीं डूबने देते दाता, नैया पार लगाते || तुम न सुनोगे तो किसको मैं अपनी व्यथा सुनाऊँ | द्वार तुम्हारा छोड़ के भगवन और कहाँ मैं जाऊँ || प्रभु कब से रहा पुकार, मैं तेरे द्वार, करो मत देरी | दुख हरो द्वारकानाथ शरण मैं तेरी ||==
No comments:
Post a Comment