Guru Ashtothara Sathanamavali(Navagraha stotra.9)
https://youtu.be/78yi7dh7KGQ
==
॥ गुरु अष्टोत्तरशतनामावली ॥
गुरु बीज मन्त्र -
ॐ ग्राँ ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः ॥
ॐ गुणाकराय नमः ॥
ॐ गोप्त्रे नमः ॥
ॐ गोचराय नमः ॥
ॐ गोपतिप्रियाय नमः ॥
ॐ गुणिने नमः ॥
ॐ गुणवतां श्रेष्थाय नमः ॥
ॐ गुरूणां गुरवे नमः ॥
ॐ अव्ययाय नमः ॥
ॐ जेत्रे नमः ॥
ॐ जयन्ताय नमः ॥
ॐ जयदाय नमः ॥
ॐ जीवाय नमः ॥
ॐ अनन्ताय नमः ॥
ॐ जयावहाय नमः ॥
ॐ आङ्गिरसाय नमः ॥
ॐ अध्वरासक्ताय नमः ॥
ॐ विविक्ताय नमः ॥
ॐ अध्वरकृत्पराय नमः ॥
ॐ वाचस्पतये नमः ॥
ॐ वशिने नमः ॥
ॐ वश्याय नमः ॥
ॐ वरिष्ठाय नमः ॥
ॐ वाग्विचक्षणाय नमः ॥
ॐ चित्तशुद्धिकराय नमः ॥
ॐ श्रीमते नमः ॥
ॐ चैत्राय नमः ॥
ॐ चित्रशिखण्डिजाय नमः ॥
ॐ बृहद्रथाय नमः ॥
ॐ बृहद्भानवे नमः ॥
ॐ बृहस्पतये नमः ॥
ॐ अभीष्टदाय नमः ॥
ॐ सुराचार्याय नमः ॥
ॐ सुराराध्याय नमः ॥
ॐ सुरकार्यकृतोद्यमाय नमः ॥
ॐ गीर्वाणपोषकाय नमः ॥
ॐ धन्याय नमः ॥
ॐ गीष्पतये नमः ॥
ॐ गिरीशाय नमः ॥
ॐ अनघाय नमः ॥
ॐ धीवराय नमः ॥
ॐ धिषणाय नमः ॥
ॐ दिव्यभूषणाय नमः ॥
ॐ देवपूजिताय नमः ॥
ॐ धनुर्धराय नमः ॥
ॐ दैत्यहन्त्रे नमः ॥
ॐ दयासाराय नमः ॥
ॐ दयाकराय नमः ॥
ॐ दारिद्र्यनाशनाय नमः ॥
ॐ धन्याय नमः ॥
ॐ दक्षिणायनसम्भवाय नमः ॥
ॐ धनुर्मीनाधिपाय नमः ॥
ॐ देवाय नमः ॥
ॐ धनुर्बाणधराय नमः ॥
ॐ हरये नमः ॥
ॐ अङ्गिरोवर्षसञ्जताय नमः ॥
ॐ अङ्गिरःकुलसम्भवाय नमः ॥
ॐ सिन्धुदेशाधिपाय नमः ॥
ॐ धीमते नमः ॥
ॐ स्वर्णकायाय नमः ॥
ॐ चतुर्भुजाय नमः ॥
ॐ हेमाङ्गदाय नमः ॥
ॐ हेमवपुषे नमः ॥
ॐ हेमभूषणभूषिताय नमः ॥
ॐ पुष्यनाथाय नमः ॥
ॐ पुष्यरागमणिमण्डलमण्डिताय नमः ॥
ॐ काशपुष्पसमानाभाय नमः ॥
ॐ इन्द्राद्यमरसङ्घपाय नमः ॥
ॐ असमानबलाय नमः ॥
ॐ सत्त्वगुणसम्पद्विभावसवे नमः ॥
ॐ भूसुराभीष्टदाय नमः ॥
ॐ भूरियशसे नमः ॥
ॐ पुण्यविवर्धनाय नमः ॥
ॐ धर्मरूपाय नमः ॥
ॐ धनाध्यक्षाय नमः ॥
ॐ धनदाय नमः ॥
ॐ धर्मपालनाय नमः ॥
ॐ सर्ववेदार्थतत्त्वज्ञाय नमः ॥
ॐ सर्वापद्विनिवारकाय नमः ॥
ॐ सर्वपापप्रशमनाय नमः ॥
ॐ स्वमतानुगतामराय नमः ॥
ॐ ऋग्वेदपारगाय नमः ॥
ॐ ऋक्षराशिमार्गप्रचारवते नमः ॥
ॐ सदानन्दाय नमः ॥
ॐ सत्यसन्धाय नमः ॥
ॐ सत्यसङ्कल्पमानसाय नमः ॥
ॐ सर्वागमज्ञाय नमः ॥
ॐ सर्वज्ञाय नमः ॥
ॐ सर्ववेदान्तविदे नमः ॥
ॐ ब्रह्मपुत्राय नमः ॥
ॐ ब्राह्मणेशाय नमः ॥
ॐ ब्रह्मविद्याविशारदाय नमः ॥
ॐ समानाधिकनिर्मुक्ताय नमः ॥
ॐ सर्वलोकवशंवदाय नमः ॥
ॐ ससुरासुरगन्धर्ववन्दिताय नमः ॥
ॐ सत्यभाषणाय नमः ॥
ॐ बृहस्पतये नमः ॥
ॐ सुराचार्याय नमः ॥
ॐ दयावते नमः ॥
ॐ शुभलक्षणाय नमः ॥
ॐ लोकत्रयगुरवे नमः ॥
ॐ श्रीमते नमः ॥
ॐ सर्वगाय नमः ॥
ॐ सर्वतो विभवे नमः ॥
ॐ सर्वेशाय नमः ॥
ॐ सर्वदातुष्टाय नमः ॥
ॐ सर्वदाय नमः ॥
ॐ सर्वपूजिताय नमः ॥
॥ इति गुरु अष्टोत्तरशतनामावलिः सम्पूर्णम् ॥
====
Propitiation of Jupiter (Thursday)
CHARITY: Donate a peepal sapling, saffron,
turmeric, sugar, a horse, or yellow flowers
to a brahmin (priest) on Thursday morning.
FASTING: On Thursday, especially during Jupiter
transits and major or minor Jupiter periods.
MANTRA: To be chanted on Thursday, one hour
before sunset, especially during major or
RESULT: The planetary diety Brihaspati is
propitiated increasing satisfaction and
facilitating marriage and childbirth.
=
No comments:
Post a Comment