SHYAMA AAN BANO VRINDAVAN MEH (Krishna stotra/Bhajan.157)
https://youtu.be/3FVqCUyDuZQ
श्यामा आन बसों वृन्दावन में
श्यामा आन बसों वृन्दावन में,
मेरी उम्र बीत गयी गोकुल में ।
श्यामा रस्ते में बाग बना जाना,
फुल बीनुगी तेरी माला के लिए ।
तेरी बाट निहारूं कुंजन में,
मेरी उम्र बीत गयी गोकुल में ॥
श्यामा रस्ते में कुआ खुदवा जाना,
मैं तो नीर भरुंगी तेरे लिए ।
मैं तुझे नहालाउंगी मल मल के,
मेरी उम्र बीत गयी गोकुल में ॥
श्यामा मुरली मधुर सुना जाना,
मोहे आके दरश दिखा जाना ।
तेरी सूरत बसी है अंखियन में,
मेरी उम्र बीत गयी गोकुल में ॥
श्यामा वृन्दावन में आ जाना,
आकर के रास रचा जाना ।
सूनी गोकुल की गलियन में,
मेरी उम्र बीत गयी गोकुल में ॥
श्यामा माखन चुराने आ जाना,
आकर के दही बिखरा जाना ।
बस आप रहो मेरे मन में,
मेरी उम्र बीत गयी गोकुल में ॥
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https://youtu.be/XtTG7iT7H3g
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shyama aan baso brindavan main, meri umar bit gai gokul main shyama aan baso brindavan main, meri umar bit gai gokul main shyama aan baso brindavan main
shayama raste me baag laga jana, phool bhi dungi teri mala ke liye teri baat niharu kunjan main, meri umar bit gai gokul main shyama aan baso brindavan main, meri umar bit gai gokul main shyama aan baso brindavan main
Shayama raste main kuaan khudwa jana, main to nir bharungi tere liye Shayama raste main kuaan khudwa jana, main to nir bharungi tere liye main tujhe nehlaaungilaungii mal-mal ke,meri umar bit gai gokul main shyama aan baso brindavan main, meri umar bit gai gokul main shyama aan baso brindavan main
shyama murli madhur suna jana, mohe aakar darsh dikha jana shyama murli madhur suna jana, mohe aakar darsh dikha jana teri surat basi hai akhiyan main, meri umar bit gai gokul main shyama aan baso brindavan main, meri umar bit gai gokul main shyama aan baso brindavan main
shyama brindavanme aa jaana, aakar ke raas racha jana shyama brindavanme aa jaana, aakar ke raas racha jana suni gokul ki galiyan main, meri umar bit gai gokul main shyama aan baso brindavan main, meri umar bit gai gokul main shyama aan baso brindavan main
shyama makhan churane aa jana, aakar ke dahi bikhara jana bus aap raho mere maan main, meri umar bit gai gokul main shyama aan baso brindavan main, meri umar bit gai gokul main shyama aan baso brindavan main, meri umar bit gai gokul main shyama aan baso brindavan main, meri umar bit gai gokul main shyama aan baso brindavan main, meri umar bit gai gokul main
तेरे नैना दे प्यालियां चो जरा पीती है
ज़रा जिन्नी पीती है, थोड़ी जिनी पीती है
मेनू दुनिया दी लोको कोई होश न रही
चुप कितेया जुबा एह खामोश न रही
मेरी इक इक गल दा तराना हो गया
मैं दीवाना हो गया, मैं मस्ताना हो गया
तेरे नैना दे प्यालियां चो...
मैं गरीब नहीं जे लोको मैं अमीर हो गया
शाह मिलेया ते शाही मैं फ़कीर हो गया
मेरा धरती तो उच्चा आशिआना हो गया
मैं दीवाना हो गया, मैं मस्ताना हो गया
तेरे नैना दे प्यालियां चो...
जिधर वेखदा मैं तेरे ही नज़ारे वेखदा
तेरी मुठ्ठी विच चन्न ते सितारे वेखदा
मेरे आसे पासे लाला दा खजाना हो गया
मैं दीवाना हो गया, मैं मस्ताना हो गया
तेरे नैना दे प्यालियां चो...
जन जन विच मेरा एह संदेश दे देओ
गली गली कूच कूच देश देश दे देओ
हूँ पीना ते पियाना साडा कम् हो गया
मैं दीवाना हो गया, मैं मस्ताना हो गया
तेरे नैना दे प्यालियां चो...
MERE KASTAKO TU MITADE DUNIA BANANE WALE(KRISHNA STOTRA/BHAJAN.151)
https://youtu.be/5uL1rGlPVYY
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मेरे कष्ट तू मिटा दे दुनिया बनाने वाले
मेरे कष्ट तू मिटा दे दुनिया बनाने वाले
यह डोर जिंदगी की मेरे श्याम के हवाले
मेरा न और कोई इस जग में आसरा है
मुझको तलाश तेरी नैनो में सांवरा है
दर्शन की आरजू है, गौए चराने वाले
मेरे कष्ट तू मिटा दे...
दुनिया है मेरी वीरान, मझदार में है नैया
आजा ओ माझी बन कर मेरी नाव के खिवईया
साँसों में तुम बसे हो दिल में समाने वाले
मेरे कष्ट तू मिटा दे...
जन्नत में भेज चाहे दोज़क में भेज दे
हम तो तेरे दीवाने इक बार देख ले तू
हम को नहीं है परवाह मुरली बजाने वाले
मेरे कष्ट तू मिटा दे...
कण कण में व्यापत है तू, कहता है यह ज़माना
अब मेरी बारी आयी करते हो क्यों बहाना
मानूगा मैं तो जब ही अपने गले लगाले
मेरे कष्ट तू मिटा दे...
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https://youtu.be/f9jYpzq7C-4
[आचार्य शिष्यको उपदेश करते हैं कि – हे वत्स! ] अपने मनको एकाग्र करके इस मृतसञ्जीवन कवचको सुनो । यह परम कल्याणकारी दिव्य कवच है । इसकी गोपनीयता सदा बनाये रखना ॥३॥
मेरे भौंहोंके मध्यमें सर्वलोकेश और दोनों नेत्रोंकी त्रिनेत्र भगवान् शंकर रक्षा करें, दोनों भौंहोंकी रक्षा गिरिश एवं दोनों कानोंको रक्षा भगवान् महेश्वर करें ॥१३॥
नासिकां मे महादेव ओष्ठौ पातु वृषध्वजः । जिह्वां मे दक्षिणामूर्तिर्दन्तान्मे गिरिशोऽवतु ॥१४॥
nasikan me mahadev oshthau patu vrishadhvajah । jihvan me dakshinamoortirdantanme girisho-a-vatu ॥
महादेव मेरी नासीकाकी तथा वृषभध्वज मेरे दोनों ओठोंकी सदा रक्षा करें । दक्षिणामूर्ति मेरी जिह्वाकी तथा गिरिश मेरे दाँतोंकी रक्षा करें ॥१४॥
जो अपने मनको एकाग्र करके नित्य इसका पाठ करता है, सुनता अथावा दूसरोंको सुनाता है, वह अकाल मृत्युको जीतकर पूर्ण आयुका उपयोग करता है ॥ २२॥
हस्तेन वा यदा स्पृष्ट्वा मृतं सञ्जीवयत्यसौ । आधयोव्याध्यस्तस्य न भवन्ति कदाचन ॥२३॥
hasten va yada sprishtva mritan sangjivayatyasau । aadhayovyadhyastasy n bhavanti kadachan ॥
जो व्यक्ति अपने हाथसे मरणासन्न व्यक्तिके शरीसका स्पर्श करते हुए इस मृतसञ्जीवन कवचका पाठ करता है, उस आसन्नमृत्यु प्राणीके भीतर चेतनता आ जाती है । फिर उसे कभी आधि-व्याधि नहीं होतीं ॥२३॥